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गाजियाबाद के निजी अस्पतालों में मौजूद रेमड़ेसीविर इंजेक्शन।


गाजियाबाद के निजी अस्पतालों में मौजूद रेमड़ेसीविर इंजेक्शन

फिर भी मरीज के तीमारदार दिल्ली और नोएडा दौड़ रहे हैं।


24x7 गाजियाबाद न्यूज़



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जनपद में कोरोना महामारी के दौरान ऑक्सीजन के साथ ही रेमडेसिविर इंजेक्शन की भी जमकर कालाबाजारी की जा रही है। स्थिति यह बन गई है कि गाजियाबाद में निजी अस्पतालों में रेमडेसिविर इंजेक्शन होने के बावजूद मरीजों के तीमारदारों को इंजेक्शन खरीदकर लाने के लिए दिल्ली-नोएडा तक दौड़ना पड़ रहा है। इसकी शिकायत मिलने पर जिले के नोडल अधिकारी सेंथिल पांडियन सी ने बुधवार देर रात को शहर के दाे अस्पतालों गणेश अस्पताल और नागर अस्पताल में पुलिस और प्रशासन की टीम के साथ छापा मरवाया, जिसमें अस्पताल प्रबंधन की करतूत सामने आई।

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सेंथिल पांडियन सी नोडल अधिकारी ने बताया कि नागर अस्पताल में सात मरीजों को भर्ती किया जा सकता है, जबकि यहां पर मरीजों की संख्या कम है और रोजाना अस्पताल के लिए 40 रेमडेसिविर इंजेक्शन की खरीद कंपनी द्वारा की जा रही थी। पर्याप्त मात्रा में इंजेक्शन होने के बावजूद मरीजों को बाहर से रेमडेसविर इंजेक्शन खरीदकर लाने के लिए कहा जा रहा था। यही हाल नेहरू नगर स्थित गणेश अस्पताल का है। यहां पर भी मरीजों को बाहर से इंजेक्शन खरीदकर लाने के लिए कहा जा रहा था, जबकि अस्पताल में पर्याप्त मात्रा में इंजेक्शन उपलब्ध मिले हैं।


पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को सूचना है कि अस्पतालों में रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी की जा रही है। ऐसे में नोडल अधिकारी सेंथिल पांडियन सी ने सभी अस्पतालों में पिछले 15 दिन में रेमडेसिवर के कितने इंजेक्शन आए हैं और ये इंजेक्शन किन मरीजों को लगाए गए हैं, इसकी जांच के लिए कंपनियों और अस्पताल प्रबंधन से रिकॉर्ड मांगा गया है।

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