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लोनी | सिरौरा सलेमपुर गांव में सैकड़ो बीघा धान की फसल पानी में डूबी।

लोनी | सिरौरा सलेमपुर गांव में सैकड़ो बीघा धान की फसल पानी में डूबी।


Ghaziabad News
लोनी पिछले दिनों लगातार बारिश होने से हरनंदी नदी के तट के पास गांव सिरौरा सलेमपुर के किसानों की सैकड़ो बीघा धान की फसल में पानी डूबी है, जिस कारण किसानों की लाखों रुपये की फसलें पूरी तरह बर्बाद हो गई। किसानों ने गांव में पंचायत कर प्रशासन को अवगत कराने की बात कही हैं। वहीं उपजिलाधिकारी लोनी ने बताया की जल्द टीम गठित कर प्रभावित इलाके का सर्वे करवाया जाएगा।

देखिए वीडियो 👇


लोनी ब्लॉक के गांव सिरौरा सलेमपुर निवासी किसानों ने अपने अपने खेतों में करीब 500 बीघा धान की फसलें बोई हुई थी। किसानों ने बताया कि शुक्रवार रात फसलों में बारिश के पानी से भर गया है। साथ ही आरोप है कि हरनंदी नदी पर राज्य सेतु निगम द्वारा दो गांव को जोड़ने हेतु हो रहे पुल निर्माण के चलते ठेकेदार की लापरवाही व राज्यंसेतु निगम के अभियंताओं की उदासीनता के कारण नदी का लगभग 60 प्रतिशत पानी उनके खेतो में आ गया है। पानी की निकासी न होने से धान की फसलें पानी में पूरी तरह डूब गई हैं। लगातार पानी भरा होने से फसलें पूरी तरह बर्बाद हो गई है।
लोनी | सिरौरा सलेमपुर गांव में सैकड़ो बीघा धान की फसल पानी में डूबी।


बाबू, सुखबीर, राजिंदर, सत्यपाल, ज्ञानी, बबलू, तितो, अशोक, पीतम, नरेंद्र, लीलू, कर्मबीर, जयबली, श्रीचंद, धर्मपाल, सोनू, प्रदीप, दीपक, आदि सैकड़ो किसानों की कई सौ बीघा धान की फसलों में पिछले 3 दिनों से पानी भरा हुआ है।

ग्राम प्रधान इंद्रजीत ने बताया कि एक बीघा धान की फसल तैयार करने में करीब पांच हजार का खर्च आताहै। पिछले 3-4 दिनों से धान की फसल में कई फिट तक पानी भरा होने के कारण फसल गलने लगी है इससे किसानों का लाखों रुपये का नुकसान हो गया है। 

गांव के इंद्राज (पति श्रीमती लक्ष्मी देवी BDC) ने बताया कि हमारे गाँव को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में भी सम्मिलित नही किया गया है। उसके लिए उन्होंने जनवरी 2021 जिला कृषि अधिकारी को गाँव को सम्मलित कराने के लिए एक प्रार्थना पत्र दिया गया लेकिन कोई भी कार्यवाही नही हुई। जिस वजह से गाँव के सेकड़ो किसान अपनी फसल का बीमा नही करा पाए और अधिकारियों की लापरवाही से ये नोबत आ गयी है।
गांव के ही एक किसान ने बताया कि पिछले काफी दिनों से हरनंदी नदी पर पुल निर्माण का कार्य चल रहा है। जो मुरादनगर ब्लॉक के मथुरापुर गांव पर जुड़ेगा। पुल निर्माण के कारण लागभग 60 प्रतिशत नदी के पानी का बहाव गवबके खेतो में हो गया है। जिसके कारण गांव के खेत जलमग्न हो गए है और हम किसान भाइयों की कई सौ बीघा जमीन पर लगी धान की फसल बर्बाद होने की कगार पर है।

लोनी उप जिलाधिकारी शुभांगी शुक्ला ने बताया कि जल्द टीम गठित कर प्रभावित क्षेत्र में जाकर बारिश व बाढ़ के पानी से हुए फसलों के नुकसान का सर्वे कर रिपोर्ट तैयार की जाएगी।

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