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लोनी | नेता नींद से जागो नही तो यहाँ से भागो।


लोनी | नेता नींद से जागो नही तो यहाँ से भागो।

Ghaziabad News
लोनी।। उत्तरांचल विहार कॉलोनी कांवड़ मार्ग का निर्माण न होने पर रविवार को कॉलोनी के लोगों ने 2022 चुनाव के बहिष्कार की चेतावनी देते हुए विरोध प्रदर्शन किया है। हाथ में बैनर लेकर कॉलोनी में पैदल मार्च निकाला और नेताओं के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। लोगों ने कॉलोनी के मुख्य मार्ग पर लोनी के नेता नींद से जागो नहीं तो यहां से भागो और चुनाव बहिष्कार लिखे आदि बैनर लगाए हैं।

दिल्ली से सटे लोनी पाइप लाइन रोड उत्तरांचल विहार कॉलोनी कांवड़ मार्ग के आसपास करीब दो लाख लोग रहते हैं। लोनी बार्डर थाने से बंद फाटक तक करीब दो किलोमीटर सड़क का हिस्सा करीब साढ़े चार सालों से खस्ता हाल में है। कॉलोनी से होते हुए दिल्ली जलबोर्ड की पानी की लाइन जा रही है। बरसात के दौरान यहां जलभराव हो जाता है। इसके चलते लोग अपने घरों में कैद हो जाते हैं। जलभराव के बाद लोगों को कीचड़ पर चलकर आना जाना पड़ रहा है। 

वहीं गंदगी और जलभराव के कारण बीमारियों के फैलने का खतरा बना हुआ है। कॉलोनी के लोगों का कहना है कि मार्ग के निर्माण को लेकर लोनी के जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों से कई बार मिल चुके हैं। लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ है।

लोनी विधानसभा

बता दे कि लोनी विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र उत्तर प्रदेश विधान सभा, भारत के 403 निर्वाचन क्षेत्रों में से एक है। यह गाजियाबाद जिले का एक हिस्सा है और गाजियाबाद (लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र) के पांच विधानसभा क्षेत्रों में से एक है। इस विधानसभा क्षेत्र में पहला चुनाव 2012 में "संसदीय और विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों का परिसीमन आदेश, 2008" पारित होने के बाद हुआ था और 2008 में निर्वाचन क्षेत्र का गठन किया गया था। निर्वाचन क्षेत्र को पहचान संख्या 53 सौंपी गई है। इससे पूर्व लोनी खेकड़ा विधानसभा 384 में आती थी। जिसमे पूरी लोनी विधानसभा के साथ साथ गाजियाबाद नगर निगम का ट्रांस हिंडन क्षेत्र के कई वार्ड एवं खेकड़ा और पिलाना ब्लॉक के गांव एवं खेकड़ा नगर पालिका भी आती थी। उस दौरान विकास हेतु विधायक निधि भी वर्तमान सरकार की अपेक्षा आधी थी।

लोनी विधानसभा के अंतर्गत नगर पालिका परिषद के 55 वार्ड के साथ 32 ग्राम पंचायते आती है। जहाँ 55 सभासद 1 नगर पालिका अध्यक्ष एवं 32 ग्राम प्रधान निर्वाचित है। 74 BDC सहित 1 ब्लॉक प्रमुख के साथ साथ 3 जिला पंचायत सदस्य सहित 1 जिले पंचायत अध्यक्ष निर्वाचित है। इन सब के अलावा उत्तरप्रदेश की वर्तमान सरकार ने विधायक निधि भी बढ़ा कर दोगुनी कर दी है। 

कहाँ-कहाँ हो सकता है विधायक निधि का प्रयोग।

विधायक निधि के अन्तर्गत कराये जा सकने वाले कार्यों की दृष्टान्त सूची:-
विद्यालयों, छात्रावासों, पुस्तकालयों के लिए भवनों और शिक्षण संस्था के अन्य भवनों का निर्माण जो सरकार अथवा स्थानीय निकायों के अधीन हों। ऐसे भवन यदि मान्यता प्राप्त संस्थाओं के भी हों, तो उनका निर्माण कार्य प्रधानाचार्य/प्रबन्धक के माध्यम से कराया जा सकता है।* 

गाँवों, कस्बो अथवा नगरों में लोगों को पेयजल उपलब्ध कराये जाने हेतु नलकूपों और पानी की टंकियों का निर्माण अथवा ऐसे अन्य निर्माण का निष्पादन जो इस दृष्टि से सहायक हों।

गॉवों और कस्बों तथा नगरों में सड़क का निर्माण जिसमें पार्ट सड़के, सम्पर्क मार्ग, लिंक सड़के आदि भी सम्मिलित हैं। विधायक निधि के अन्तर्गत अधिकतम २० प्रतिशत धनराशि का सडकों की मरम्मत एवं उनके गढ्ढों को भरने हेतु उपयोग विधायक निधि के अन्तर्गत बनाये गये मानकों में अनुमन्य किया जायेगा। इन कार्यों हेतु सम्बन्धित विधायकगण अपने क्षेत्र के सम्बन्ध में प्रस्ताव दे सकेंगे तथा इन कार्यों को कराने हेतु कार्यदायी संस्था ग्रामीण क्षेत्रों हेतु लोक निर्माण विभाग होगा तथा नगरीय क्षेत्र हेतु लोक निर्माण विभाग/जल निगम/नगर निगम/विकास प्राधिकरण होंगे।

उपर्युक्त सड़कों और अन्यत्र टूटी सड़कों / नलकूपों की नालियों एवं नहरों पर पुलियों/पुली का निर्माण।

वृद्धों अथवा विकलांगों के लिए सामान्य आश्रय गृहों का निर्माण।

मान्यता प्राप्त जिला या राज्य स्तर के खेल-कूद संघों की सांस्कृतिक तथा खेल-कूद सम्बन्धी गतिविधियों अथवा अस्पतालों के लिए स्थानीय निकायों के भवनों का निर्माण।

व्यायाम केन्द्रों, खेल-कूद संघों, शारीरिक शिक्षा-प्रशिक्षण संस्थानों आदि में विभिन्न कसरतों की सुविधायें { मल्टीजिम फैसिलिटीज ) उपलब्ध कराने की भी अनुमति है।

सार्वजनिक सिंचाई और सार्वजनिक जल निकास सुविधओं का निर्माण।

सार्वजनिक पुस्तकालय एवं वाचनालय।

शवदाह / शमशान भूमि पर शवदाह गृहों और ढॉचों, कब्रिस्तान, ग्रेवयार्ड सेमेट्री का निर्माण।

सार्वजनिक शौचालयों और स्नानगृहों का निर्माण ।

विधायक निधि के अन्तर्गत न कराये जा सकने वाले कार्यों की सूची।

1. केन्द्रीय अथवा राज्य सरकारों के विभागों, अभिकरणों या संगठनों से सम्बन्धित कार्यालय भवन आवासीय गृहों अथवा अन्य भवनों का निर्माण।
2. वाणिज्यिक संगठनों, निजी संस्थाओं अथवा सहकारी संस्थानों से सम्बन्धित कार्य।
3. किसी भी टिकाऊ परिसम्पत्ति के संरक्षण/ उन्नयन के लिए विशेष मरम्मत कार्य को छोड़कर किसी भी प्रकार की मरम्मत एवं अनुरक्षण संबंधी कार्य ।
4. अनुदान और ऋण।
5. स्मारक या स्मारक भवनं
6. किसी भी प्रकार की वस्तु सामान की खरीद अथवा भण्डार।
7. भूमि के अधिग्रहण अथवा अधिग्रहीत भूमि के लिए कोई भी मुआवजा राशि।
8. व्यक्तिगत लाभ के लिए परिसम्पत्ति, उन परिसम्पत्तियों को छोड़कर जो अनुमोदित योजनाओं के भाग हैं।
9. धार्मिक पूजा के लिए स्थान।
10.पूर्णतः कच्चे मार्ग का निर्माण।*

ये लोनी में पहली आवाज नही है जी नेता नींद से जागो नहीं तो यहां से भागो। इससे पहले भी पिछले दिनों लोनी की पॉश कालोनियों में भी विकास कार्य ना होने के कारण लोगों ने बहिष्कार करने का आव्हान किया है। गत दिनों लोनी के नागरिकों द्वारा मूलभूत सुविधाओं के अभाव में प्रदर्शन भी किए गए हैं।
अधिक जानकारी के लिए नीचे दी वीडियो को देखें। 


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