जो पहले करते थे नशा, अब चला रहे है नशा मुक्ति केंद्र | गुरु बनाओ, केंद्र खोलो।
Ghaziabad News
साहिबाबाद।। ट्रांस हिडन क्षेत्र में ऐसे भी नशा मुक्ति केंद्र संचालित हैं, जिनके संचालक कभी स्वयं नशे के आदी रह चुके हैं। नशा मुक्ति केंद्र में अपना इलाज कराने के बाद अब वह अन्य नशेड़ियों का इलाज कर रहे हैं। भले ही पहली बार सुनने में ये अच्छा कार्य लग रहा हो, लेकिन हकीकत इससे अलग है। इन लोगों ने नशा मुक्ति केंद्र तो खोल लिया है, लेकिन यहां न तो कोई डाक्टर है और न ही काउंसलर। ऐसे में इन संचालित नशा मुक्ति केंद्रों में लोगों की जान का खतरा है। बताया जा रहा है कि ऐसे नशा मुक्ति केंद्र आए दिन विवादों में रहते हैं।
नहीं लगा सुराग।
आपको बता दें कि 18 जुलाई को सदर बाजार दिल्ली निवासी भारत भूषण को भोपुरा स्थित एक नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती कराया गया था। जब परिवार के सदस्य 23 जुलाई को उनसे मिलने पहुंचे थे, तो नशा मुक्ति केंद्र संचालक ने उनके लापता होने की बात बताई थी। स्वजन ने टीला मोड़ थाने में उनकी गुमशुदगी दर्ज कराकर सकुशल बरामदगी की मांग की थी। पुलिस केंद्र में काम कर रहे कर्मचारियों से पूछताछ में जुटी है, लेकिन 16 दिन बीतने के बावजूद युवक का सुराग नहीं लग सका है।
गुरु बनाओ, केंद्र खोलो।
एक नशा मुक्ति केंद्र संचालक ने नाम न लिखने की शर्त पर बताया कि नशा मुक्ति केंद्र खोलने के बाद रोगियों को लाने के लिए गाड़ी की व्यवस्था की जाती है। अक्सर वह आने में आनाकानी करते हैं। इस पर उनके साथ सख्ती करनी पड़ती है। इसके लिए चार बाउंसर जैसे युवक भी रखे जाते हैं। यदि कोई अधिक परेशान करता है, तो उसे कुछ समय के लिए बांधकर या एक कमरे में बंद करके रखना पड़ता है। कुछ रोगी नशा मुक्ति केंद्र संचालक को अपना गुरु मानकर नशा छोड़ने को तैयार हो जाते हैं। युवकों के नशा छोड़ने पर ऐसे युवकों को नशा मुक्ति केंद्र संचालक आस-पास दूसरा नशा मुक्ति केंद्र खुलवा देते हैं। यहां वह अन्य नशेड़ियों का इलाज शुरू कर देते हैं।
ओम प्रकाश आर्य, प्रभारी निरीक्षक, टीला मोड़ थाना ने बताया कि कर्मचारियों से पूछताछ में कुछ अहम सुराग हाथ लगे हैं। पुलिस की दो टीमें युवक की तलाश में जुटी हैं। जल्द ही उसे सकुशल बरामद कर लिया जाएगा।
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