लॉकडाउन से पलायन करने लगे प्रवासी मजदूर, दिल्ली के CM की अपील की दिल्ली छोड़ कर न जाए।
24x7 गाजियाबाद न्यूज़:-राजेन्द्र चौधरी
अपना और अपने परिवार वालों का पेट भरने के लिए हजारों की संख्या में प्रवासी मजदूर अन्य राज्यों से आकर दिल्ली में काम धंधा करते हैं लेकिन दिल्ली कोरोना के मामले बढ़ने के बाद लॉकडाउन लगाया गया है। जिसके बाद दिल्ली के आनंद विहार बस टर्मिनल और कौशांबी बस अड्डे पर हजारों की संख्या में प्रवासी मजदूर पहुँच रहे हैं बस अड्डे से बसों के माध्यम से प्रवासी मजदूर अपने गांव की तरफ कूच कर रहे हैं तस्वीरें बहुत ही दर्दनाक है, जहां एक तरफ पुरुष सर्वप्रथम आन रखे हुए नजर आ रहे हैं तो वहीं महिलाएं अपनी गोदी में बच्चों के लिए एक ऐसे सफर पर निकल पड़ी हैं जिससे कि जान बचाई जा सके।
बस अड्डे पर हजारों की भीड़ देखकर ये एहसास होता है कि दिल्ली में रह रहा प्रवासी मजदूर लॉकडाउन और कोरोना वायरस से हार गया है और पलायन करने को मजबूर है। मजदूरों को चिंता सता रही है कि लॉकडाउन में दो वक्त की रोटी का इंतजाम कैसे होगा इसीलिए मजदूर अब अपने गमों को लौट पड़े हैं दरअसल जब भी इंसान पर मुसीबत टूटती है तो उसे अपना घर याद आता है यही कारण है कि आज मुसीबत के वक्त में मजदूर देश की राजधानी छोड़ अपने गांवों में ज्यादा सुकून ढूंढ रहे।
बदहवासी के आलम में मजदूर अपने घरों को कुछ कर रहे हैं बसे प्रवासी मजदूरों से लबालब भरी हुई नजर आ रही है, जहां एक तरफ बसों के अंदर बैठने की जगह नहीं है तो वहीं दूसरी तरफ ऐसी स्थिति में प्रवासी मजदूर बसों की छतों पर बैठकर लंबा सफर तय कर रहे है।
प्रवासी मजदूरों से सीएम की अपील
दिल्ली में लॉकडाउन के ऐलान के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने कहा, 'पिछली बार जब लॉकडाउन लगाया गया था, बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर अपने घर जाने लगे थे। मेरी आप सभी से अपील है कि आप दिल्ली छोड़कर ना जाएं। आपका ख्याल राज्य सरकार रखेगी। हम सब मिलकर इस परिस्थिति का सामना करेंगे।
दिल्ली में 26 अप्रैल तक रहेगा लॉकडाउन
बताते चलें कि दिल्ली में एक हफ्ते का लॉकडाउन (Lockdown) लगाने की घोषणा की गई है। यह पूर्ण लॉकडाउन आज रात 10 बजे से शुरू होगा और अगले सोमवार यानी 26 अप्रैल की सुबह 5 बजे तक लागू रहेगा। इस दौरान केवल अनिवार्य सेवाओं से जुड़े लोगों को ही सड़क पर बाहर निकलने की अनुमति दी जाएगी। शादी के मामलों में केवल 50 लोगों को शामिल होने की अनुमति होगी। इसके लिए लोगों को प्रशासन से अपने पास बनवाने होंगे।
गाजियाबाद से राजेंद्र चौधरी की रिपोर्ट