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प्लाट और पेंशन के पैसों के लिए हुए दोहरा हत्याकांड, 1 गिरफ्तार।



24x7 गाजियाबाद न्यूज़
जनपद के बम्हेटा में दोहरा हत्याकांड एक प्लाट और महज नौ हजार रुपये की पेंशन पाने के पीछे हो गई। आरोपितों ने दादी और पोतों के साथ ही चाचा-भतीजे के रिश्ते पर भी तार तार कर दिया। पुलिस ने घटना में एक आरोपित को तो गिरफ्तार कर लिया है, जबकि मुख्य आरोपित अभी पकड़ से दूर है। मृतका की बहू और बेटे के विरोधाभासी बयानों से पुलिस का शक घटना की रात ही पोतों पर गहरा गया था। हालांकि जो शक था वह सही साबित हुआ।

आपको बता दें जब रविवार की रात पुलिस सूचना के बाद घटनास्थल पर पहुंची और जांच की तो मौके पर मृत वृद्धा का बड़ा बेटा सुंदर और सुंदर के ताऊ का बेटा कल्लू मिले। पुलिस ने परिवार के अन्य सदस्यों के बारे में जानकारी की तो सुंदर ने बताया कि उनकी बेटी पूजा मायके आई हुई है और दो बेटे अभिषेक व हिमांशु शाम को गौतमबुद्ध नगर के सरफाबाद निवासी नाना के घर चले गए, जबकि सुंदर की पत्नी ने पुलिस को बताया कि हिमांशु पिछले तीन दिन से घर नहीं आया है और अभिषेक भी कहीं काम से गया हुआ है। 
हिमांशु एक ट्रांसपोर्ट पर गाड़ी चलाने के साथ प्रॉपर्टी का कारोबार करता है और अभिषेक भैंसों की देखरेख के साथ उनका दूध सप्लाई करता है। नरेंद्र की अभी शादी नहीं हुई थी। पिता की मृत्यु के बाद से वह मां के साथ दूसरे मकान में रह रहा था। पिता की मृत्यु के बाद से ही नरेंद्र की बड़े भाई से नहीं बनती थी। जांच में आया है कि नरेंद्र गांजे का नशा करता था । नशे की हालत में वह भाई-भाभी व परिवार के अन्य सदस्यों से गाली-गलौच करता था। इसके चलते उसकी पिछले काफी दिनों से भाई सुंदर से बोलचाल बंद थी। इसको लेकर नरेंद्र से परिवार के सदस्य खुश नहीं रहते थे।

नरेंद्र का साथ मां देती थी

बेटे नरेंद्र की शादी के लिए कई रिश्ते भी आए थे लेकिन छवि खराब होने के कारण सभी रिश्ते लौट जाते थे। वह अपनी मां का लाडला था। यही कारण था कि वह पिता की पेंशन नरेंद्र को सौंप देती थी। बड़ा भाई सुंदर व उसके बेटे हिमांशु व अभिषेक इसका विरोध करते थे। जिस मकान में नरेंद्र रह रहा था आरोपित उसे कब्जाना चाहते थे लेकिन नरेंद्र ने स्पष्ट कर दिया था कि वह इसको किसी भी सूरत में नहीं देगा। इसके चलते आरोपित उससे रंजिश मानते थे। हिमांशु व अभिषेक हत्या तो नरेंद्र की करना चाहते थे लेकिन उन्होंने दादी के नरेंद्र का पक्ष लेने और साक्ष्य मिटाने के लिए उनकी भी हत्या कर दी।

पुलिस अधीक्षक सिटी निपुण अग्रवाल का कहना है कि सुंदर और उसके दोनों बेटों ने पैतृक संपत्ति कब्जाने की नियत से रामश्री और नरेंद्र की हत्या की। नरेंद्र नशे का आदी और अविवाहित था। इसकी वजह से पिता-पुत्रों ने मां बेटे को मारकर प्रॉपर्टी हथियाने का प्लान बनाया था। नरेंद्र अपने भाई सुंदर की पत्नी से अभद्रता करता था और मां रामश्री उसका साथ देती थी, हत्या की एक वजह यह भी है। पुलिस का कहना है कि घटना की साजिश में सुंदर भी शामिल था। हिमांशु ने दादी और चाचा को गोली मारी, जबकि उसका छोटा भाई अभिषेक मौके पर मौजूद था। घटना के बाद अभिषेक ही हिमांशु को बाइक पर लेकर फरार हुआ। पुलिस को गुमराह करने के लिए इन दोनों के पिता सुंदर ने जानबूझकर अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई।
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