एसडीएम सदर पर रिश्वत मांगने का आरोप बर्खास्त करने की मांग
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गाजियाबाद।। तहसील सदर के ग्राम सादतनगर इकला में 500 गज जमीन को धारा 80 में दर्ज करने की एवज में एक लाख रुपये की रिश्वत मांगने का आरोप है। जिसके विरोध में जमीन के मालिक शिक्षाविद मोहित नागर ने अपने भाई लोकगायक टीकम नागर व अन्य के साथ बृहस्पतिवार को कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन कर एसडीएम के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। इस संबंध में अपर जिलाधिकारी प्रशासन ऋतु सुहास को ज्ञापन सौंपा है।
शिक्षाविद मोहित नागर ने बताया कि पिता चौधरी तेजपाल सिंह के नाम से बने ट्रस्ट के जरिये वह गांव में स्कूल संचालन करना चाहते हैं। इसके लिए जमीन पर दो मंजिला भवन का निर्माण कराया गया है। इस पर एसडीएम को रिपोर्ट देनी है, जिसके लिए चार माह पहले आवेदन किया। चार माह से मैं एसडीएम सदर चक्कर रहा हूँ और घर पर बुलाकर एक लाख रुपये की रिश्वत मांगते हैं। इतने रुपये देने से इंकार किया तो उन्होंने कार्यवाही आगे नहीं बढ़ाई, फाइल अपने पास रोके रहे। जिसके विरेाध में एसडीएम के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया और जिलाधिकारी के नाम एडीएम प्रशासन को शिकायती पत्र दिया है। अगर कार्रवाई नहीं की गई तो इस मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात करेंगे। जिससे कि किसी दूसरे व्यक्ति का इस तरह से उत्पीड़न न हो सके।
उपजिलाधिकारी देवेंद्र पाल सिंह ने बताया कि उन्होंने कोई रिश्वत नहीं मांगी है। जो आरोप लगाए गए हैं, वह गलत हैं। धारा-80 की कार्यवाही के लिए नौ काश्तकारों के हस्ताक्षर और गाजियाबाद विकास प्राधिकरण की एक रिपोर्ट होनी चाहिए, जो कि आवेदक मोहित के पास नहीं है। इसलिए फाइल रोक दी गई है। जिसके बाद दो दिन पहले उनके अर्दली को मोहित ने मैसेज भेजा और प्रलोभन देकर काम कराने के लिए उससे कहा। बृहस्पतिवार को अर्दली ने उन्हें यह बात बताई है।
जिलाधिकारी, राकेश कुमार सिंह ने बताया एसडीएम के खिलाफ दिए गए शिकायती पत्र की जांच एडीएम प्रशासन करेंगी। जांच में जो तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
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