लाजपत नगर व्यापार संगठन की समझदारी से फर्जी फ़ूड इंस्पेक्टर पकड़ा।
साहिबाबाद: लाजपत नगर में सोमवार को लाजपत नगर व्यापार संगठन की समझदारी से फर्जी फ़ूड इंस्पेक्टर को गिरफ्तार किया गया। दुकानदार व्यवहार संगठन की शिकायत पर आरोपित युवक व उसके सहयोगी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज हुई।
फर्जी फ़ूड इंस्पेक्टर- सौजन्य से पं हिमांशु शर्मा, पूर्व पार्षद प्रत्याशी वार्ड 75 |
साहिबाबाद थाने के अंतर्गत लाजपत नगर में ओम बेकरी के नाम से एक दुकान है, जिसको राहुल शर्मा चलाते है। जिसमें आरिफ अपने आप को फूड इंस्पेक्टर बताकर उनका फूड लाइसेंस बनवाने के नाम पर ₹2000 वसूल कर ले गया। जिसके बाद विभाग के अधिकारी ने जांच के बाद बताया कि यह लाइसेंस फर्जी है। जिस पर लाजपत नगर व्यापार संगठन के संरक्षक रामकुमार भारद्वाज, ने आरिफ को कॉल कर बताया कि एक और दुकान का फूड लाइसेंस बनवाना है, अपने आपको फूड इंस्पेक्टर बताने वाला आरिफ उनकी दुकान पर आ गया, उसके बाद रामकुमार भरद्वाज ने जिला अभिहित अधिकारी गाजियाबाद विनीत कुमार को फोन कर सूचित किया जिसके बाद सी,एफ,एसओ नरेश नारायण झा, फूड इंस्पेक्टर धर्मेंद्र सिंह, सत्येंद्र तोमर व लाजपत नगर व्यापार संगठन के महामंत्री मोहित शर्मा, हिमांशु शर्मा मौके पर पहुंच कर फर्जी फूड इंस्पेक्टर को पकड़ लिया। उसे साहिबाबाद पुलिस के हवाले कर दिया गया है। पूछताछ में उसकी पहचान आरिफ निवासी शास्त्री पार्क उत्तरी-पूर्वी दिल्ली के रूप में हुई है। उसने बताया कि मेन ब्रजपुरी रोड निकट यमुना विहार बी ब्लाक स्थित प्रह्लाद कुमार की डिवाइस सोल्यूशन सर्विस कंपनी के कार्यालय में काम करता है।
लाजपत नगर व्यापार संगठन की टीम सौजन्य से पं हिमांशु शर्मा, पूर्व पार्षद प्रत्याशी वार्ड 75 |
इसके बाद लाजपत नगर व्यापार संगठन के संरक्षक रामकुमार भारद्वाज, महामंत्री मोहित शर्मा, कोषाध्यक्ष उमेश चंद गुप्ता, पूर्व पार्षद प्रत्याशी हिमांशु शर्मा, अनिल शर्मा, मूलचंद शर्मा, आदि लोगो ने कोतवाली पहुंचकर आरिफ के खिलाफ तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया।
चौकी प्रभारी नागेंद्र अत्री पूछताछ करते हुए सौजन्य से पं हिमांशु शर्मा, पूर्व पार्षद प्रत्याशी वार्ड 75 |
लाइसेंस रेजिस्ट्रेशन नंबरों में करता था हेरफेर:
पुलिस की पूछताछ में आया है कि आरोपित आरिफ 12वीं पास है। दो माह से वह दुकानदारों से ठगी कर रहा था। वह सादे कपड़ों में रहता था। देखने व बातचीत करने में बिल्कुल प्रोफेशनल लगता था। वह सही लाइसेंस की कापी को एडिट करता था। नाम व नंबर में हेराफेरी कर दुकानदारों को दे देता था। ग्राहकों को फंसाने के लिए दुकानों पर लिखे मोबाइल नंबर नोट कर ले जाता था, उसके बाद उन्हें काल कर लाइसेंस के बारे में पूछता था। जो दुकानदार उसे बताते थे कि लाइसेंस नहीं है, उनके यहां पहुंचकर फर्जी लाइसेंस जारी कर देता था। दुकानदार की शिकायत पर आरिफ व उसके मालिक प्रह्लाद कुमार के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। आरिफ से पूछताछ की जा रही है। प्रह्लाद कुमार के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।