शराब का सेवन करने के बाद क्यों लगती है गर्मी ?
चंद दिनों पहले की ही बात है, मौसम विभाग ने शीतलहर की चेतावनी जारी करते हुए कहा कि लोग शराब न पियें, ऐसा करना खतरनाक हो सकता है, लेकिन लोग तो ठंड के शुरू होते ही ‘ओल्ड मॉन्क’ की तलाश में निकल पड़ते हैं। रम और ब्रैंडी की बिक्री में जोरदार तेजी दर्ज की जाती है। वहीं वोदका की खपत कम हो जाती है। तो क्या वाकई ठंड में रम और ब्रैंडी बेहतर होती हैं? क्या वाकई सर्दियों में वोदका नहीं पीनी चाहिए? चलिए आपको बताते हैं कि इसपर एक्सपर्ट क्या कहते हैं।
डॉक्टर जयंत मुद्गल के अनुसार
शराब पीना सेहत के लिए ठीक नहीं है। थोड़ा अमाउंट फिर भी ठीक होता है, लेकिन लगातार शराब पीने से कई तरह की बीमारियां हो सकती हैं। ये एक मिथ है कि वोदका ठंड में नहीं पीनी चाहिए। रशिया में लोग वोदका ही पीते हैं। रम, ब्रैंडी या अन्य कुछ हर्ब्स वाली व्हिस्की लोग ठंड में पीना पसंद करते हैं।
शराब पीने के बाद हमें गर्मी क्यों लगती है?
डॉक्टर मुद्गल ने कहा,
शराब पीने से हमारे त्वचा की नसों में खून तेजी से बहता है. ऐसा होने के कारण लोगों को गर्मी फील होती है, लेकिन ये थोड़ी देर ही होता है। इसको हाइपोथर्मिया कहा जाता है। कई बार ऐसी स्थिति में ठंड महसूस नहीं होती लेकिन वो नुकसान कर रही होती है।
अब डॉक्टर से बात करने के बाद ये तो साफ हो गया कि रम या ब्रैंडी ठंड में पीने से कोई फायदा नहीं होता। ये एक मिथ ही है कि गर्मी में वोदका और ठंड में रम पीनी चाहिए, लेकिन अब सवाल ये है कि रम और ब्रैंडी की कितनी खपत बढ़ जाती है साथ ही इसपर ओवर रेटिंग की शिकायत आये-दिन आती है।
इसके लिए मेरठ जोन के संयुक्त आबकारी आयुक्त राजेश मणि त्रिपाठी ने कहा,
ये बात सच है कि ठंड के मौसम में ओल्ड मॉन्क, डॉक्टर ब्रैंडी या रम के दूसरे ब्रांड्स की बोतलें बहुत अधिक बिकती हैं। साल के बाकी महीनों में इनको कोई खास नहीं खरीदा जाता लेकिन नवंबर के अंत से लेकर फरवरी के अंत तक लोग जमकर रम और ब्रैंडी की खरीदारी करते हैं। ये बात भी सच है कि इस दौरान वोदका, जिन, बीयर आदि की बिक्री कम हो जाती है, लेकिन इसका कोई एक्युरेट डेटा फिलहाल आबकारी विभाग के पास उपलब्ध नहीं है। अगले वित्तीय वर्ष में इस पर काम किए जाने की उम्मीद है।
अब डेटा भले ही सरकार के पास न हो लेकिन ये बात साफ है कि रम और ब्रैंडी ठंड में अधिक बिकती है, जबकि गर्मियों में लोग वोदका जैसी शराब पीना पसंद करते हैं।