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गाजियाबाद में मोदीनगर के प्रतिष्ठित कारोबारी भाई विनोद जैन व दीपक जैन, जिनको कुख्यात बदमाश राहुल उर्फ कालू का नाम लेकर फोन पर धमकी दी गई। राहुल फिलहाल अपने बड़े भाई की हत्या के आरोप में जेल में बंद है। कुल्फी का कारोबार करने वाले दोनों भाइयों को फोन पर धमकी दी गई कि 27 तारीख (कोर्ट में) पर राहुल भाई से मिल लेना, नहीं तो गोलियों से छलनी कर दिए जाओगे।


जैन कुल्फी कारोबारी भाइयों को मिली धमकी


मोदीनगर के फफराना रोड स्थित सूरत सिटी और गायत्री पैलेस निवासी विनोद जैन व दीपक जैन का मोदीनगर थाने के पास कुल्फी का कारोबार है। दोनों भाइयों की दुकानें आसपास ही हैं। बताया गया कि शनिवार दोपहर विनोद जैन के मोबाइल पर अज्ञात नंबर से किसी का कॉल आया। कॉलर ने विनोद को एक घंटे में तीन बार कॉल किया। कॉलर ने राहुल उर्फ कालू भाई से अगामी तारीख पर मिलने का अल्टीमेटम दिया। नहीं मिलने पर गोलियों से भूनने की धमकी दी गई। बदमाश ने बार-बार फोन कर यही दोहराया। इसी बीच उसी नंबर से विनोद के भाई दीपक जैन के नंबर पर भी राहुल से मिलने का अल्टीमेटम दिया गया। धमकी भरा कॉल आने पर व्यापारी बंधु सकते में आ गए। जैन बंधुओं को धमकी की जानकरी मिलते ही व्यापारियों में आक्रोश फैल गया। दर्जनों व्यापारी एकत्रित होकर थाने पहुंचे और प्रदर्शन कर घटना का विरोध किया। व्यापारियों ने चेताया कि अगर कार्रवाई नहीं की गई तो आंदोलन किया जाएगा। इस दौरान स्वदेश जैन, अमित गोयल, मेहराम चंदेला, सुनील चावला, निर्दोष खटाना तथा सुबोध जैन आदि सहित दर्जनों व्यापारी मौजूद रहे।


27 गोलियां मारी थीं फफराना को, तुझे 28 मारेंगे

जैन बंधुओं का कहना है कि कॉलर ने उसने कहा कि 27 गोलियां मारी थीं फफराना को, अगर उसकी बात नहीं मानी तो 28 गोलियां मारकर शरीर छलनी कर दिया जाएगा। 

आपको यहाँ बता दें कि वर्ष 2017 मोदीनगर में ही भट्ठा मालिक विजय फफराना की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में राहुल व उसके साथी जेल गए थे, लेकिन साक्ष्यों के अभाव में वह बरी हो गए थे। राहुल के नाम से धमकी भरी कॉल के बाद कारोबारी भाई और उनके परिजन दहशत में हैं।


दशहरे के दिन की थी अपने भाई की हत्या

दशहरे के दिन अपने बड़े भाई पारूल उर्फ राजकमल को संपत्ति विवाद निपटाने के बहाने मोदीनगर स्थित संजयपुरी पानी की टंकी के पास बुलाया। वहां उसने अपने साथी के साथ मिलकर पारूल की गोली मार दी थी। मरने से पहले पारूल ने भाई के खिलाफ बयान दिया था। 

जो सोशल मीडिया पर सुर्खियों में रहा था। हत्याकांड में पुलिस ने साथी बदमाश को गिरफ्तार कर लिया था जबकि पुलिस शातिर राहुल को पकड़ने में नाकाम रही थी। राहुल ने पुलिस को चकमा देकर अदालत में समर्पण कर दिया था। इससे पहले भी राहुल का नाम एक चर्चित हत्याकांड से जुड़ा था। जिसमें गवाहों के कमजोर पड़ने के कारण वह बच गया था।


क्षेत्राधिकारी मोदीनगर सुनील सिंह ने कहा कि अज्ञात के खिलाफ धमकी देने का केस दर्ज कर लिया गया है। मोबाइल नंबर के आधार पर आरोपी को ट्रेस किया जा रहा है।

राहुल के नाम से धमकी दी गई है, लिहाजा जेल में उससे भी पूछताछ की जाएगी।

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