Breaking News

Followers

42.2k

Live👁️Reading this Article

बैरिकेड तोड़कर दिल्ली में घुसे किसान लौटकर यूपी गेट पर डाला ड़ेरा।

बैरिकेड तोड़कर दिल्ली में घुसे किसान लौटकर यूपी गाठ पर डाला ड़ेरा।


यह भी पढ़े:-किसान आंदोलनः दिल्ली के लिए रवाना हुए भाकियू कार्यकर्ता, राकेश टिकैत बोले- इस बार वार्ता नहीं।

केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के विरोध में शनिवार को यूपी गेट पहुंचे सैकड़ों किसानों ने दिल्ली पुलिस के बैरिकेड तोड़ दिए। केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए किसान दिल्ली के गाजीपुर टोल प्लाजा तक पहुंच गए। हरियाणा और पंजाब के किसानों के दिल्ली की सीमाओं पर ही डटे होने के कारण वापस लौटे और यूपी गेट फ्लाईओवर के नीचे ही डेरा डाल दिया। भारतीय किसान यूनियन टिकैत के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत की अगुवाई में पहुंचे किसानों ने बातचीत के बाद रविवार सुबह 11 बजे अगली रणनीति तय करने का निर्णय लिया है।

यह भी पढ़े:-दिल्ली: बुराड़ी का निरंकारी ग्राउंड बनेगा किसानों का जंतर-मंतर, मिली एंट्री की इजाजत

ट्रैक्टर लेकर दिल्ली में घुसे किसान : शनिवार दोपहर करीब सवा तीन बजे उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड के किसानों के काफिले के साथ राकेश टिकैत ट्रैक्टर चलाते हुए यूपी गेट पहुंचे। उनके पहुंचते ही दिल्ली पुलिस ने यूपी गेट पर बैरिकेड लगा दिए। पैदल चल रहे किसान बैरिकेड फांद गए। किसानों ने देखते-देखते बैरिकेड तोड़ दिए और ट्रैक्टर व अन्य गाड़ियों को लेकर दिल्ली की सीमा में प्रवेश कर गए। राकेश टिकैट गाजीपुर टोल प्लाजा दिल्ली पर ट्रैक्टर से नीचे उतरे। पैदल ही यूपी गेट वापस आ गए। यहां फ्लाईओवर के नीचे कौशांबी, वैशाली, आनंद विहार, मोहन नगर जाने वाली लेन पर धरने पर बैठ गए।


हरियाणा व पंजाब के किसानों की मदद में घेरी सीमा : राकेश टिकैत ने कहा कि हमने दिल्ली पुलिस के दो बैरिकेड तोड़ दिए हैं। हम पीछे नहीं हटेंगे। हरियाणा और पंजाब के किसान दो दिनों से दिल्ली की सीमाओं पर लाठी खा रहे हैं। सरकार उन्हें जंतर-मंतर या रामलीला मैदान में स्थान नहीं दे रही है। दिल्ली के एक कोने में निरंकारी मैदान में जगह दी है, जो उचित नहीं है। इस कारण हरियाणा व पंजाब के किसान सीमाओं पर डटे हैं। उनकी मदद के लिए हमने यूपी गेट सीमा को घेर लिया है। सभी सीमाओं पर डटे किसान नेताओं से आपसी बातचीत की जा रही है। रविवार सुबह 11 बजे आगे की रणनीति तय की जाएगी। यूपी गेट पर अभी अन्य किसा न भी आ रहे हैं। शनिवार रात रुककर रविवार को आगे की रणनीति पर अमल होगा।


मिला समर्थन : संगठन के राष्ट्रीय प्रेस प्रभारी शमशेर सिंह ने बताया कि तमिलनाडु, मध्य प्रदेश, राजस्थान, कर्नाटक आदि प्रदेशों के किसान भी दिल्ली कूच कर चुके हैं। जैविक भारत मिशन के संस्थापक आर्किटेक्ट रामकुमार अत्री ने दिल्ली देहात के किसानों के साथ मिलकर समर्थन दिया है। वह रात में यहीं रुकेंगे। इस मौके पर राष्ट्रीय महासचिव युद्धवीर सिंह, गौरव टिकैत, बिजेंद्र सिंह, मांगेराम, दिगंबर सिंह, महेंद्र सिंह, श्यामवीर सिंह आदि मौजूद रहे।

close