शाह ने किसान नेताओ को बैठक के लिए बुलाया, पॉयलट ने कहा कि सरकार को छोड़ना चाहिए अहंकार का रास्ता
केंद्र सरकार द्वारा संसद में पारित किए गए तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आज देशभर के किसानों ने भारत बंद बुलाया। इसका देशभर में मिला-जुला असर देखने को मिला। बंद को देश के सभी विपक्षी दलों ने अपना समर्थन दिया। इसी बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने किसान नेताओं को शाम सात बजे बैठक के लिए बुलाया है। इसमें सरकार और किसानों के बीच कानून को लेकर चल रही रस्साकशी पर चर्चा की जाएगी। वहीं बंद के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शिरोमणि अकाली दल के नेता प्रकाश सिंह बादल को फोन किया और उन्हें जन्मदिन की बधाई दी।
शाह ने किसान नेताओं को बैठक के लिए बुलाया
भारत बंद के बीच गृहमंत्री अमित शाह ने मंगलवार शाम सात बजे किसान नेताओं को बैठक के लिए बुलाया है। इसे लेकर भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा, 'हमारी आज शाम सात बजे गृह मंत्री के साथ बैठक है। हम अभी सिंघु सीमा पर जा रहे हैं और वहां से हम गृह मंत्री से मुलाकात करने के लिए जाएंगे
अखिल भारतीय वकील संघ ने बंद का किया समर्थन
दिल्ली में अखिल भारतीय वकील संघ ने भारत बंद के समर्थन में तीस हजारी जिला न्यायालय में विरोध प्रदर्शन किया। बार एसोसिएशन के अध्यक्ष ने कहा, विरोध पर सरकार की प्रतिक्रिया चिंता का विषय है। कानूनी बिरादरी किसानों के साथ खड़ी है। ये कानून न तो किसानों के पक्ष में हैं और न ही वकीलों के।
सरकार को छोड़ना चाहिए अहंकार का रास्ता
कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा, '24 राजनीतिक पार्टियां भारत बंद का समर्थन कर रही हैं। कोई नहीं चाहता कि लोगों को असुविधा हो। सरकार को अहंकार का रास्ता छोड़कर हमारा पेट पालने वाले किसानों की बात माननी चाहिए और इन तीनों कानूनों को तुरंत वापस लेना चाहिए।
लोनी में कही भी बंद का असर नही दिखा
क्षेत्रीय विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने व्यापारियों किसानों एवं विभिन्न एनजीओ के साथ मिलकर सरकार द्वारा लाए गए बिल के समर्थन में लोनी में पैदल मार्च का आयोजन किया लोनी में कहीं भी बंद का असर नहीं रहा विपक्ष पूरी तरह से विफल रहा।


