वर्चुअल करेंसी बिटकॉइन में निवेश कर रकम में बढ़ोतरी करने और थाईलैंड घुमाने के नाम पर जालसाज दंपती ने 26 लोगों से दो करोड़ 89 लाख रुपये की ठगी कर ली। पीड़ितों की शिकायत पर दो अलग-अलग थानों में मुकदमे दर्ज किए गए हैं। ठगी के शिकार पीड़ितों में दो लोग सरकारी नौकरी करते हैं, जबकि एक व्यक्ति सेना से सेवानिवृत्त हैं। पूर्व में भी आरोपित पर केस दर्ज है। चार दिन पहले एक आरोपित को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। अभी दो आरोपित फरार हैं।
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जिला गाजियाबाद के नंगला फिरोजपुर निवासी उपेंद्र सिंह ने बताया कि मेरठ के कंकरखेड़ा निवासी नवनीत सांगवान व उसकी पत्नी पूजा सांगवान से अक्टूबर 2018 में उनकी मुलाकात हुई थी। नवनीत ने बताया था कि वह जयपुर निवासी अपने साथी शुभम निवाड़िया के साथ मिलकर वर्चुअल करेंसी का कारोबार करते हैं। बिटकॉइन में रकम निवेश कर वह ज्यादा लाभ कमा सकते हैं।
उसके झांसे में आकर उन्होंने रकम निवेश कर दी। कुछ माह तक उनको लाभ दिया गया। लाभ मिलने पर उन्हें उस पर भरोसा हो गया और इसके बाद उन्होंने अपने 20 रिश्तेदारों और परिचितों की रकम भी निवेश करा दी। आरोपित ने उन सभी से एक करोड़ 90 लाख रुपये की ठगी कर ली। पीड़ितों ने सिहानी गेट थाने में केस दर्ज कराया है। नवनीत गिरफ्तार हो चुका है। पूजा व शुभम फरार हैं।
सरकारी विभाग के कर्मचारी भी हुए शिकार
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार कवि नगर थाना क्षेत्र के महेंद्रा एन्क्लेव निवासी नरेंद्र कुमार ने बताया कि गौतमबुद्ध नगर विकास भवन में उद्यान विभाग में चालक के पद पर तैनात हैं। उसके रिश्तेदार सतवीर ने जनवरी 2019 में मेरठ के कंकरखेड़ा निवासी नवनीत सांगवान और उसकी पत्नी पूजा से मुलाकात कराई थी। बिटकॉइन में निवेश करने के नाम पर नवनीत और उसकी पत्नी पूजा ने उसके घर आकर आठ लाख 40 हजार रुपये लिए थे। उनसे और महिद्रा एंक्लेव निवासी उसके सगे भाई सुरेंद्र सिंह, उसकी बहन कृष्णा, अन्य परिचितों और रिश्तेदारों से भी आरोपित ने 79 लाख 66 हजार रुपये की ठगी की। जून माह में लॉकडाउन लगने का बहाना बनाकर उन्हें आरोपित ने एक चेक दे दिया। मगर यह चेक बाउंस हो गया।
मिलनेवाले और रिश्तेदार बने शिकार
नरेंद्र कुमार, जोकि पीड़ित है, उन्होंने बताया उनका भाई सुरेंद्र सिंह दिल्ली डीटीसी में नौकरी करता है। सुरेंद्र के साथ 20 लाख 46 हजार रुपये की ठगी हुई है। उनकी बहन कृष्णा के पति की मौत हो चुकी है और वह किराना की दुकान चलाती है। कृष्णा से पांच लाख 80 हजार रुपये की ठगी हुई है। अर्थला निवासी उनका दोस्त धर्मेंद्र सिंह सेना से सेवानिवृत्त है। उससे तीन लाख रुपये की ठगी हुई है। हरियाणा के जींद निवासी मौसेरे भाई रमेश कुमार खेती करते हैं। रमेश से 16 लाख रुपये ठगे गए हैं। हरियाणा के हिसार में उनके मामा का पुत्र अनिल रहते हैं। अनिल निजी कंपनी में नौकरी करते हैं। उनसे 26 लाख रुपये की ठगी हुई है। इसी प्रकार अन्य पीड़ित एक दूसरे के मिलनेवाले और रिश्तेदार हैं।
क्या कहते है कलानिधि नैथानी, एसएसपी गाजियाबाद
ठगी करने वालों के खिलाफ पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है। फरार आरोपितों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।
