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2 लोगो की ब्लैक फंगस से मौत, 1 की पुष्टि


24x7 गाजियाबाद न्यूज़
32 वर्षीय देवेंद्र गरिमा गार्डन में रहते हैं। ब्लैक फंगस की शिकायत पर उनको दिल्ली के सरिता विहार में स्थित अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया था। चिकित्सकों द्वारा ऑपरेशन भी किया गया, परंतु उन्हें बचाया नहीं जा सका। देवेंद्र ट्रांसपोर्ट का काम करते थे, उनके तीन बच्चे हैं। 3 वर्ष पहले उनकी मां ने उनको किडनी डोनेट की थी। स्वजन अजेंदर व भूपेंद्र ने बताया कि आंख की रोशनी चले जाने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वहीं 58 वर्षीय राजाराम की ब्लैक फंगस से हुई मौत को स्वास्थ्य विभाग अपने रिकॉर्ड में दर्ज कर लिया है।


राजाराम की मौत तीन दिन पहले हर्ष पालीक्लीनिक में उपचार के दौरान हुई थी। वो जनपद के सिहानी के रहने वाले थे। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार जिले में ब्लैक फंगस के 28 सक्रिय केस आन रिकार्ड हैं। अब तक कुल 59 मरीज सामने आए हैं। 29 मरीजों को उपचार के बाद अस्पतालों से डिस्चार्ज कर दिया गया है। 
ACMO सुनील कुमार त्यागी ने बताया कि यशोदा अस्पताल नेहरू नगर में नौ मरीज, वैशाली स्थित मैक्स अस्पताल में नौ, हर्ष पालीक्लीनिक में आठ और दो मरीज पल्मोनिक अस्पताल में भर्ती है। इनमें व्हाइट फंगस के आठ और यलो फंगस का एक मरीज मिला है। 

CMO डा.एन के गुप्ता का कहना है कि ब्लैक फंगस से जिले में एक मौत हुई है। दूसरी मौत की जांच कराई जा रही है। उनका कहना है कि घबराने की जरूरत नहीं है। दवाएं पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं। इंजेक्शन मेरठ से मिल रहा है। उधर शासन के निर्देश पर जिला एमएमजी अस्पताल में ब्लैक फंगस के मरीजों की जांच के लिए शुरू की गई विशेष ओपीडी में मंगलवार को 406 लोग पहुंचे। सुबह दस से 12 बजे तक चली ओपीडी में ब्लैक फंगस के छह संदिग्ध मरीज पहुंचे।

उन्होंने बताया कि चिकित्सकों ने इनकी जांच के बाद पता लगा की ब्लैक फंगस के कोई लक्षण नहीं है। 5 दिन की जरूरी दवाएं देकर इनकों आराम करने की सलाह दी गई। ओपीडी में पहले दिन 465 मरीजों की जांच की गई थी। 

CMS डा.अनुराग भार्गव ने बताया कि ओपीडी में खुद को ब्लैक फंगस का रोगी मानते हुए लोग आ रहे हैं जबकि उनको अन्य परेशानियां हैं। नेत्र रोग विशेषज्ञ अनुराग भार्गव एवं नाक, कान, गला रोग विशेषज्ञ राकेश कुमार द्वारा इन मरीजों को पूरी तसल्ली के साथ देखा जा रहा है। उन्होंने बताया कि पेट एवं त्वचा रोग संबंधी मरीज भी जांच कराने पहुंच रहे हैं।
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