रिश्वत के आरोप में तीन पुलिसकर्मी सस्पेंड
24x7 ग़ाज़ियाबाद न्यूज़
अवैध तमंचा फैक्टरी चला रहे पिता को बेटे की शिकायत पर पकड़ने पहुंचे दरोगा और दो कांस्टेबल ने रिश्वत लेकर छोड़ दिया। मामला एसपी के सामने पहुंचा तो तीनों पुलिसकर्मियों को निलंबित कर आरोपी को गिरफ्तार कर तमंचे, कारतूस आदि के बरामद किए गए। वहीं मामले की जांच एसपी ने हापुड़ सीओ सौंपते हुए सात दिन में आख्या मांगी है।
सिंभावली थाना क्षेत्र की सुभाष विहार कॉलोनी निवासी तेजपाल का उसके बेटे से किसी बात को लेकर विवाद हो गया था। बृहस्पतिवार की सुबह तेजपाल के बेटे ने पिता द्वारा घर पर ही अवैध हथियार बनाने की शिकायत सिंभावली पुलिस से की। इस बात को लेकर पिता-पुत्र में दोबारा विवाद हो गया। मारपीट में तेजपाल घायल हो गया। तेजपाल उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया।
तीन पुलिसकर्मियों ने की साठगांठ
सिंभावली थाने में तैनात एसआई सर्वेश कुमार अपने साथ हेड कांस्टेबल हितेश और कांस्टेबल सतीश को लेकर सुभाष विहार कॉलोनी में जांच के लिए पहुंचे। जिन्होंने निर्मित तमंचे समेत कारतूस, खोखा व तमंचे बनाने का सामान बरामद किया, लेकिन तेजपाल के चोटिल होने के बाद पुलिसकर्मियों ने मामले को दबाने की कोशिश शुरू कर दी। वहीं पुलिसकर्मियों पर रिश्वत लेकर आरोपी को छोड़ने का भी आरोप लगा है।
सीओ गढ़ की जांच में पाय गए दोषी।
मुखबिर की सूचना पर एसपी नीरज कुमार जादौन ने इसकी गोपनीय जांच सीओ गढ़ पवन कुमार को सौंप तुरंत रिपोर्ट मांगी। सीओ की जांच में एसआई सर्वेश कुमार समेत तीनों पुलिसकर्मी प्रथम दृष्टया दोषी पाए गए। एसपी ने तत्काल प्रभाव से तीनों पुलिसकर्मियों को निलंबित कर जांच सीओ सिटी वैभव पांडे को सौंपते हुए एक सप्ताह में आख्या प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है।
वहीं एसएसपी के निर्देश पर कार्यवाहक थानाध्यक्ष लाखन सिंह ने बृहस्पितवार रात में ही दबिश देकर तमंचा बनाने की फैक्टरी का भंडाफोड़ करते हुए आरोपी तेजपाल को गिरफ्तार कर लिया। मामले में आरोपी के पास से एक बना हुआ तमंचा, पांच कारतूस, एक खोखा समेत अधबने तमंचे व तमंचे बनाने के उपकरण बरामद दिखाते हुए रिपोर्ट दर्ज कर ली।