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जनपद में फलफूल रहा है अवैध पटाखों का कारोबार | फरुखनगर है सबसे अधिक संवेदनशील


जनपद में फलफूल रहा है अवैध पटाखों का कारोबार | फरुखनगर है सबसे अधिक संवेदनशील

Ghaziabad News
प्रमोद गर्ग
जनपद के अंतर्गत मधुबन बापूधाम थाना क्षेत्र के मेरठ रोड पर चल रही अवैध पटाखा फैक्ट्री से पूरे एनसीआर में पटाखों की खपत हो रही थी। दीपावली के मद्देनजर पिछले तीन माह से इस फैक्ट्री का संचालन हो रहा था। वहीं दीपावली से कई माह पहले ही एनसीआर में पटाखों का कारोबार फल-फूल रहा है। विभिन्न स्थानों पर पटाखों का भंडारण व उत्पादन किया जा रहा है। पुलिस-प्रशासन तमाम दावों के बावजूद इस कारोबार पर पूरी तरह से काबू पाने में नाकाम साबित होता दिखाई दे रहे हैं। ऐसे में कभी भी हादसे से इन्कार नहीं किया जा सकता है। प्रत्येक वर्ष पुलिस-प्रशासन दावा करते हैं कि पूर्ण रूप से पटाखों के कारोबार पर काबू पा लिया गया है, लेकिन दीपावली पर जमकर आतिशबाजी होती है। दीपावली पर होने वाली आतिशबाजी पुलिस-प्रशासन के दावों की पोल खोल देती है। पटाखों के कारण वायु व ध्वनि प्रदूषण की स्थित गंभीर हो जाती है और पूरा एनसीआर प्रदूषण की जद में आ जाता है।

जनपद गाजियाबाद में फरुखनगर सबसे अधिक संवेदनशील। 

लोनी के अंतर्गत आने वाले फरुखनगर पूरे एनसीआर में पटाखा बनाने, बेचने व भंडारण की ²ष्टि से सबसे अधिक संवेदनशील है। यहां पूर्व में पटाखों के कारण कई हादसे हो चुके हैं। फरुखनगर से पूरे एनसीआर में पटाखों की खेप भेजी जाती है। प्रशासन की सख्ती के बावजूद यहां चोरी-छिपे पटाखे बनाने, बेचने और भंडारण का काम जारी है। गांव में कहीं बंद दरवाजे के पीछे पटाखे बनते मिल रहे हैं तो कहीं पुराने खंडहरों में पटाखों को छिपा कर रखा जा रहा है। हाल में ही यहां छापेमारी कर बड़ी मात्रा में पटाखे पकड़े गए थे।

पूर्व में किया गया था गोदामों को ध्वस्त।

वर्ष 2017 में फरुखनगर में पटाखों से हुए हादसे में पांच लोगों की मौत के बाद प्रशासन ने कई गोदामों को ध्वस्त किया था, लेकिन इसके बाद भी यहां बड़ी संख्या में पटाखों का कारोबार चल रहा है। यहां श्रमिकों से लेकर महिला बच्चे तक पटाखों के कारोबार में लिप्त हैं। प्रशासन द्वारा पूर्व में 47 लोगों को लाइसेंस दिया गया था लेकिन यहां फैक्ट्रियों की गिनती करना मुश्किल है। घर-घर में पटाखों का काम होता है।

पूर्व में हुए हादसे :

7 मार्च 2015 : फरुखनगर स्थित गोदाम से पटाखे खरीदने पहुंचा परिवार, कार में आग लगने पर उसमें बैठे एक बच्चे की मौत।

28 अक्टूबर 2016 : फरुखनगर स्थित गोदाम में हादसे के दौरान गांव के इमरान की मौत हुई थी। गांव के उमेश गंभीर रूप से घायल हुए थे।

29 अप्रैल 2017 : फरुखनगर के आरिफ फायर व‌र्क्स में मालिक पप्पू समेत समीर, अशफाक, कुतुबुद्दीन और रफीक की मौत।

27 अक्टूबर 2018 = गढ़ी सब्लू गांव स्थित पटाखा गोदाम में सफाई के दौरान लगी आग। दमकल कर्मियों ने डेढ़ घंटे में आग पाया पाया काबू बाक्स..

पूर्व में हुई कार्रवाई

1 अक्टूबर 2021 : फरुखनगर से प्रशासन ने 90 लाख कीमत के पटाखे जब्त किए हैं और तीन लोगों पर रिपोर्ट दर्ज।

7 जुलाई 2020 : फरुखनगर में अनवर के घर से छापेमारी कर एक करोड़ रुपये के पटाखे जब्त किए गए।

11 नवंबर 2020 : फरुखनगर स्थित गोदाम, फैक्ट्री में छापेमारी कर 50 लाख के पटाखे जब्त किए गए।

6 नवंबर 2020 : फर्रुखनगर के एक गोदाम से लाखों कीमत के 25 बोरी पटाखे जब्त।

26 अक्टूबर 2019 : फर्रुखनगर में चोरी छिपे बनाए जा रहे 40 लाख के पटाखे प्रशासन ने किए जब्त।

राकेश कुमार सिंह, जिलाधिकारी गाजियाबाद ने बताया कि विस्फोटक सामग्री को रखने का लाइसेंस नहीं है अथवा लाइसेंस का नवीनीकरण नहीं करवाया गया है, ऐसे व्यक्ति के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई करने और विस्फोटक सामग्री जब्त करने के निर्देश दिए गए हैं।

पवन कुमार, एसएसपी, गाजियाबाद ने बताया कि पटाखों का भंडारण व उत्पादन करने वालों से पुलिस सख्ती से पेश आएगी। पुलिस पटाखों का कारोबार करने वालों के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है। पटाखों के कारोबार पर काबू पाने के लिए जल्द ही एसआइटी का गठन भी होगा।
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