वकीलों ने किसान आंदोलन में शामिल होने के लिए दिल्ली कूच का किया ऐलान।
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बागपत- शुक्रवार को वकीलों की बैठक में किसान आंदोलन को सर्मथन दिए जाने की घोषणा की और किसानों की मांगों को जायज बताते हुए किसानों विरोधी काले कानून को वापस लेने की मांग की। वकीलों ने आंदोलन में शामिल होने के लिए दिल्ली कूच करने का भी ऐलान किया।
शुक्रवार को जिला बार एसोसिएशन की अध्यक्षता में वकीलों की एक बैठक हुई। बैठक में कृषि कानून के विरोध में चल रहे किसानों के आंदोलन पर चर्चा की और आंदोलन को अपना पूर्ण समर्थन देने की घोषणा की। बैठक में किसान विरोधी कृषि बिल की भर्त्सना की गई और केंद्र सरकार से किसान हित में इस बिल को तुरंत वापस लेने की मांग की गई। बैठक की अध्यक्षता करते हुए एडवोकेट जयवीर सिंह तोमर ने किसानों की मांग को जायज बताया और किसान आंदोलन को वकीलों के समर्थन की घोषणा की।
उन्होंने कहा कि इस काले कानून के विरूद्ध आज देश का किसान लामबद्ध हो चुका है । उन्होंने केद्र सरकार पर किसानों के उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार को केवल पूजीपतियों के हितों की चिंता है, किसानों की चिंता नहीं है। वकीलों ने कहा कि देश का किसान अब जाग चुका है और वह अपना उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं करेगा।
इस अवसर पर वकीलों ने अधिक से अधिक संख्या में दिल्ली जाकर किसान आंदोलन में शामिल होने की घोषणा की। बैठक में पूर्व उीजीसी केपी सिंह, मूलचंद यादव, देवेंद्र आर्य, नरेंद्र मान, खलील अहमद, सतेंद्र खोखर, प्रदीप नैन, इफ्तखार हसन, राजकुमार त्यागी, राशिद तसलीम, सलीम मलिक, रोजेंद्र तोमर, सत्येंद्र दांघड व दिनेश शर्मा आदि वकील मौजूद थे।
