स्वामी विवेकानंद जयंती पर त्यागी महासभा लोनी ने की पुष्पांजलि अर्पित।
आज सोमवार त्यागी महासभा प्रधान धर्मेंद्र त्यागी के नेतृत्व राजीव गार्डन 100 फुटा रोड पर पुष्प अर्पित कर स्वामी विवेकानंद जी की जयंती पर अलग-अलग निजी अस्पतालों में बीमार घायल मरीजों को फल वितरण कर मनाया जन्मदिवस स्वामी विवेकानंद जी ने कहा था हम सब को निरंतर परोपकार और समाज सेवा करते रहना चाहिए।
त्यागी महासभा प्रधान धर्मेंद्र त्यागी में विवेकानंद जी की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए बताया आज ही के दिन सन 1865 में स्वामी विवेकानंद कोलकाता में हुआ वास्तविक नाम नरेंद्र नाथ दत्त था। सन 1881 में पहली बार रामकृष्ण परमहंस मिशन सन 1887 से 1892 तक देश का भ्रमण करते रहे। सन 1893 में शिकागो में आयोजित विश्व धर्म सभा में सनातन धर्म का प्रतिनिधित्व किया और देश की मजबूत छवि पेश की दुनिया के विभिन्न हिस्सों में वेदांत दर्शन को पहुंचाया। सन 1897 में रामकृष्ण मिशन की नींव रखी और 4 जुलाई 1902 में उन्होंने शरीर को त्याग दिया, उनके जन्मदिवस को हम राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में भी मनाते हैं।
स्वामी विवेकानंद तपस्वी ब्रह्मचारी सन्यासी अमेरिका की एक महिला उन पर मोहित हो गई और उसने विवेकानंद जी से कहा मुझे आप एक अपने जैसा पुत्र दे दो, तब विवेकानंद जी ने कहा आप मुझे ही अपना पुत्र मान लीजिए, इसमें दोनों आपकी इच्छाएं पूरी हो जाएगी। ऐसे स्वामी विवेकानंद जी को आज पूरा देश याद कर रहा है और उनको शत-शत प्रणाम करते हुए, उनको आज उनके जन्मदिवस पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए उनकी प्रेरणाओं को अपने जीवन में उतार कर सभी युवा काम करें। उन जैसा बन कर उनके आदर्शों पर चलकर राष्ट्र और अपने चरित्र का निर्माण करें, जिससे देश गौरवान्वित होगा।