ठगी: Oxygen सिलेंडर के नाम पर बेचे अग्निशमन यंत्र, 3 गिरफ्तार
24x7 गाजियाबाद न्यूज़
Delhi Police ने 3 ऐसे शातिर लोगों को गिरफ्तार किया है, जो कोरोना के दौर में ऑक्सीजन सिलेंडर के नाम पर मरीजों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहे थे। पुलिस ने आरोपियों के ठिकाने से भारी मात्रा में फायर एक्सटिंग्विशर और ऑक्सीजन सिलेंडर के नोजल बरामद किए हैं। पुलिस ने फैक्ट्री के मालिक समेत 3 आरोपियों को पकड़ा है।
ऑक्सिजन के नाम पर ठगी
राधा वल्लभ सेवा संघ नाम की एक एनजीओ जो कोरोना के मरीजों को मुफ्त ऑक्सीजन सिलेंडर देती है। एनजीओ ने मामले की शिकायत करते हुए शाहदरा जिला पुलिस को बताया कि एक ऑक्सीजन सिलेंडर डिस्ट्रीब्यूटर से उन्होंने ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए संपर्क किया था, जिनका गोदाम और फैक्ट्री वर्षा इंजीनियरिंग के नाम से अपनी कॉलोनी, अलीपुर, दिल्ली में स्थित है। पहले वहां से 4.5 लीटर का ऑक्सीजन सिलेंडर 5500 रुपये में मिला था।
डबल से ज्यादा कीमत पर बिक्री
परंतु बाद एनजीओ की ओर से डिस्ट्रीब्यूटर के मोबाइल नंबर- 9212446310 पर और सिलेंडर लेने के लिए संपर्क किया गया। जिस पर उसने कहा कि अब 4.5 लीटर ऑक्सीजन सिलेंडर 13000 का मिलेगा। जब एनजीओ के प्रतिनिधि ने डिस्ट्रीब्यूटर से पूछा कि ये कीमत तो पिछली बार से काफी अधिक है, तो वितरक ने उन्हें बताया कि वो सरकार को ज्यादा टैक्स का भुगतान कर रहा है।
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NGO प्रतिनिधि में जब इस बारे में संबंधित जानकारों से पूछताछ की तो पता चला कि इस तरह का कोई टैक्स ऑक्सीजन सिलेंडर पर नहीं लगाया गया है। तब जाकर एनजीओ के लोगों को पता चला कि वो डिस्ट्रीब्यूटर ऑक्सीजन की कालाबाजारी कर आम जनता को धोखा दे रहा है। तब एनजीओ की और से पुलिस को शिकायत दर्ज कराई गई।
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पुलिस ने मारी दबिश
थाना फर्श बाजार के एसआई धीर सिंह ने बताया डिस्ट्रीब्यूटर के ठिकाने पर छापेमारी करने के लिए एक टीम का गठन किया। इसके बाद पुलिस की टीम दबिश देने अलीपुर इलाके की अपनी कॉलोनी में खसरा नंबर 462 पर पहुंची, जहां तीन व्यक्ति कुछ फायर एक्सटिंग्विशर के लाल सिलेंडरों को काले रंग में रंगते हुए पकड़े गए।
उन्होंने आगे बताया कि पकड़े गए लोगों में डिस्ट्रीब्यूटर रवि शर्मा (40) के साथ शंभू शाह (30) और अब्दुल (38) शामिल हैं. आगे की जांच में पता चला कि डिस्ट्रीब्यूटर रवि शर्मा वहां लाए गए फायर एक्सटिंग्विशर के लाल सिलेंडरों से लाल रंग हटवाकर उन्हें काला करवा रहा था। जिनका प्रयोग Co2 के लिए किया जाता है. दरअसल, वो उन सिलेंडरों को शंभू शाह और अब्दुल की मदद से ऑक्सीजन सिलेंडर के रूप में बदल रहा था।
उन्होंने बताया इस प्रकार रवि शर्मा और उसके साथियों ने शिकायतकर्ता को भी ऑक्सीजन सिलेंडर के नाम पर आग बुझाने वाले सिलेंडर बेचकर उनके साथ धोखाधड़ी की। इस संबंध में आरोपियों के खिलाफ शाहदरा जिले के थाना फर्श बाजार में आईपीसी की धार 420, 120-बी, 34 के तहत मामला दर्ज किया गया है. आरोपियों के कब्जे से 532 आग बुझाने वाले गैस सिलेंडर, 26 ऑक्सीजन सिलेंडर नोजल, 2 इलेक्ट्रिक ग्राइंडर, 3 सिल्वर कलर स्प्रे-पेंट के डिब्बे, ब्लैक पेंट बॉक्स आदि समेत 49500 रुपये नगद बरामद किए गए हैं।
जिंदगी से करते थे खिलवाड़
पुलिस द्वारा पूछताछ में पता चला है कि आरोपी खाली या खत्म हो चुके अग्निशामक सिलेंडर को इकट्ठा करते थे। फिर इसे या तो स्क्रैप के रूप में बेचते थे या फिर अग्निशमन के लिए इनमें Co 2 भरते थे। कोरोना महामारी में ऑक्सीजन सिलेंडर की मांग को देखते हुए मुख्य आरोपी रवि शर्मा ने मूल सिलेंडर के लाल रंग को हटाकर उस पर काला रंग किया और ऑक्सीजन सिलेंडर का नोजल लगाकर ठगी की साजिश रची। रवि ने बताया कि वो पहले कई लोगों को ऐसे सिलेंडर बेच चुका है। पुलिस के मुताबिक उसने कई लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ किया है। उसने ऐसे लोगों को अपना शिकार बनाया, जो ऑक्सीजन की तलाश में मारे-मारे घूम रहे थे।
जानलेवा साबित हो सकता है नकली सिलेंडर
जानकारों का कहना है कि यह फायर एक्सटिंगिशर जानलेवा साबित हो सकते हैं, क्योंकि ऑक्सीजन सिलेंडर में ऑक्सीजन अलग प्रेशर से डाली जाती हैं। ऐसे में यह फायर एक्सटिंग्विशर फट सकते हैं जो कि एक बड़े हादसे का रूप भी ले सकता है।



