लोनी कांड में 1 पार्षद भी है पुलिस के राडार पर, कुछ और भी चेहरों से नकाब उठ सकता है।
24x7 गाजियाबाद न्यूज़
लोनी कांड: बुजुर्ग अब्दुल समद के साथ मारपीट और दाढ़ी कटने का बाद पीड़ित साहिबाबाद के एक पार्षद के पास पहुंचा था। बुजुर्ग पार्षद के जान-पहचान का था। पार्षद ने उम्मेद पहलवान को बुजुर्ग से मिलवाया और मदद करने को कहा। उम्मेद ने मदद के नाम पर अपनी राजनीति चमकाने का जरिया बनाया और ताबीज की बात को पलटकर दूसरा रूप दे दिया।
उम्मेद की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने पूछताछ शुरू की। पहले तो आरोपी पुलिस गुमराह करने का प्रयास करने लगा। पुलिस के अधिकारियों से बोला कि मुझे बुजुर्ग ने गलत जानकारी दी, लेकिन बाद में आरोपी ने अपना सच कबूल किया। पूछताछ में साहिबाबाद के पार्षद का नाम सामने आया।
5 जून को मारपीट की घटना के बाद पीड़ित पार्षद के घर पहुंचा था। पार्षद उम्मेद को जानता था। उसने उम्मेद को बुलाया और मामले की जानकारी दी। पार्षद ने भी उम्मेद पहलवान का साथ दिया। रिपोर्ट दर्ज होने के बाद आरोपी फरार हो गया। फरारी के दौरान आरोपी ने पार्षद से संपर्क कर मदद मांगी थी। पार्षद ने मदद भी की।
जानकारी के अनुसार पुलिस ने पार्षद की पहचान कर ली है। पार्षद से भी पूछताछ की जाएगी। पार्षद से पूछताछ में और भी सबूत हाथ लगेंगे। पुलिस के अधिकारी ने बताया कि जांच चल रही है। अभी और भी नाम सामने आने हैं।
14 दिनों में पुलिस एकत्र करेगी और सबूत
उम्मेद के 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जाने पर पुलिस अब अन्य सबूतों को एकत्रित करने में जुट गई है। पुलिस ने आरोपी से दूसरा फोन भी बरामद कर लिया है। पुलिस के पास आरोपी के दोनों फोन है। आरोपी एक नए फोन से संपर्क कर रहा था। पुलिस दोनों फोन की कॉल डिटेल को निकाल रही है। पुलिस का कहना है कि कॉल डिटेल से कुछ और भी चेहरों से नकाब उठ सकता है।