हवाला कारोबारी से लेनदेन में 42 लाख 50 हजार की लूट।
Ghaziabad News
दिल्ली से सटे गाजियाबाद के कविनगर थाना क्षेत्र के राजनगर आरडीसी स्थित दुर्गा टावर में हवाला के पैसे के लेनदेन को लेकर दो पक्षों में विवाद हो गया। इस घटना में एक पक्ष ने दूसरे पक्ष पर तमंचे की बट से हमला कर चावल कारोबारी से 42 लाख 50 हजार रुपये लूट लिए। यह घटना दुर्गा टावर स्थित अधिवक्ता के कार्यालय में हुई। मौके पर एसपी सिटी प्रथम निपुण अग्रवाल, सीओ कविनगर अंशु जैन व थाना प्रभारी कविनगर संजीव कुमार शर्मा पुलिसबल के साथ पहुंचे और जांच की। पुलिस ने इस मामले में करीब 12 लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है।
चेन्नई के आनंद चावल कारोबारी है। उनकी चेन्नई में ही कैंटलाफूड के नाम से चावल व मसालों की ट्रेडिग का काम है। वह एक सप्ताह पहले गुरुग्राम निवासी अपने अंकल दीपक पलटा के घर आए थे और तब से गुरुग्राम के एक होटल में रुके हुए थे।
वो नंबर दो के पैसे से चावल खरीद के लिए आए थे और चावल खरीदकर पैसे को नंबर एक का करना था। इस दौरान ही दोनों पक्षों के बीच विवाद हुआ। पीड़ित ने दूसरे पक्ष से भिड़कर दूसरे बैग में रखे हुए 57.50 लाख रुपये को बचा लिया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार दिल्ली से उन्होंने अपने एक मित्र से हवाला के जरिये एक करोड़ रुपये लिए और अंकल के माध्यम से मंगलवार सुबह आरडीसी में अधिवक्ता अतुल त्यागी के आफिस में पहुंचे। इनके साथ करीब छह लोग थे। पैसे दो बैग में रखे हुए थे। एक बैग में 57.50 लाख रुपये जबकि दूसरे में 42.50 लाख रुपये थे। दोपहर करीब एक बजे अधिवक्ता कोर्ट गए हुए थे और उनका परिचित अरविद त्यागी आफिस में बैठा हुआ था।
यहां दोनों पक्षों के बीच हवाला के पैसे के लेनदेन को लेकर विवाद हो गया। इस पर अरविद त्यागी व उसी के पक्ष के रामकुमार नाम के व्यक्ति ने अपने साथियों के साथ आनंद पर हमला कर दिया। इस घटना में तमंचे की बट लगने से आनंद के सिर में गंभीर चोट आई और दूसरे पक्ष के लोग एक बैग में रखे हुए 42.50 लाख रुपये लेकर फरार हो गए। आनंद पक्ष के लोग भी मौके से चले गए।
मौके पर पहुंची पुलिस ने सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की जांच की और घंटों तक आनंद से पूछताछ की। पुलिस ने इस मामले में रामकुमार समेत करीब 12 लोगों को हिरासत में लिया है।
अभी पुलिस को घटना की तहरीर नहीं मिली है। पुलिस तहरीर मिलने के बाद आगे की कार्रवाई करेगी।
पुलिस के मुताबिक अधिवक्ता की भूमिका की भी जांच चल रही है। जांच में दोषी पाए जाने पर अधिवक्ता के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।