गौरव गाथा से होगी गांव की पहचान, ग्रामीणों को मिलेगा रोजगार।
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| जिलाधिकारी ग़ाज़ियाबाद (सौजन्य से जागरण) |
गाजियाबाद: जनपद के गांवों की पहचान अब उसकी गौरव गाथा से होगी। इसके लिए जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय ने गांव-गांव की गौरव गाथा योजना बनाई है। जिसके तहत प्रत्येक गांव की विशेषता के बारे में जानकारी की जा रही है। 15 दिन में रिपोर्ट तैयार की जाएगी। गौरव गाथा को पर्यटन से जोड़ा जाएगा, जिससे ग्रामीणों को रोजगार भी मिलेगा।
गांव-गांव की गौरव गाथा योजना के तहत प्रत्येक गांव की ऐतिहासिक जानकारी जुटाई जाएगी। इसके साथ ही वहां अगर खानपान के लिए विशेष व्यंजन बनता है तो उसका भी प्रचार प्रसार कराया जाएगा। गांव के व्यक्ति विशेष के बारे में जागरूकता बढ़ाई जाएगी। अगर गांव में किसी खेल का विशेष महत्व है तो उसको बढ़ावा दिया जाएगा, जिससे की खिलाड़ी प्रदेश और देश में गाजियाबाद का नाम रोशन कर सकें। इस योजना के तहत किसानों को भी फायदा होगा, अगर किसी गांव में धान, गेहूं, सब्जी, फल या फूल की ज्यादा खेती होती है तो उसकी जानकारी भी जुटाई जाएगी। जिससे की खरीदारों को जानकारी हो सके। योजना के तहत गांव का विकास करना, बेरोजगारों के लिए रोजगार के अवसर पैदा करना और गांव की अलग पहचान बनाना है। बयान गांव-गांव की गौरव गाथा योजना की शुरूआत की गई है। जनपद के प्रत्येक गांव की विशेषता है, उसे पर्यटन से जोड़ा जाएगा और गांव के निवासियों को रोजगार भी दिलाए जाएंगे।
