नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी ने जताई हमले की आशंका।
साहिबाबाद:
नगर पालिका परिषद खोड़ा के अधिशासी अधिकारी (E.O) केके भड़ाना ने खुद व कार्यालय पर हमले की आशंका जताते हुए पुलिस को शिकायत दी है। उन्होंने शिकायत में कहा है कि काम न करने पर कई कर्मचारियों को नौकरी से निकाला गया है। इसको लेकर नगर पालिका परिषद की चेयरमैन रीना भाटी के प्रतिनिधि योगेश भाटी कर्मचारियों के साथ मिलकर हमला कर सकते हैं। खोड़ा थाना पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
नीचे देखे वीडियो कैसे उत्तर प्रदेश पुलिस ने दिखाई मानवता:-
क्या कहना है अधिशासी अधिकारी का:
केके भड़ाना अधिशासी अधिकारी का कहना है कि खोड़ा नगर पालिका परिषद के जलकल का काम देखने वाली फर्म निजी कर्माचारियों से काम कराती है। बीती 21 दिसंबर को कर्मचारियों के उपस्थिति और कार्य की जांच की गई तो 12 कर्मचारियों की उपस्थिति दर्ज मिली, लेकिन कर्मचारी अनुपस्थित मिले।
इस पर कार्रवाई कर्मचारियों को नौकरी से हटा दिया गया। केके भड़ाना का आरोप है कि निष्काषित किए गए कर्मचारी खोड़ा नगर पालिका परिषद में उनके कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर तोड़फोड़ कर सकते हैं। इतना ही नहीं अधिशासी अधिकारी ने खुद पर भी हमला होने की आशंका जताई है। आरोप है कि ऐसा करवाने में खोड़ा नगर पालिका परिषद की चेयरमैन रीना भाटी के देवर व प्रतिनिधि योगेश भाटी का हाथ है।
क्या कहना है चैयरमैन प्रतिनिधि का:
उक्त मामले में योगेश भाटी का कहना है कि अधिशासी अधिकारी केके भड़ाना ने कई वित्तीय अनियमितताएं की हैं। जिस कारण चैयरमैन रीना भाटी ने उनका वेतन रोककर उनके खिलाफ जांच करने की मांग की है। हमने भी कई मामलों को लेकर कैबिनेट मंत्री सुरेश कुमार खन्ना से केके भड़ाना की शिकायत की है। केके भड़ाना से दो महीने से कोई बातचीत नहीं हुई है। केके भड़ाना ने दबाव बनाने के लिए पुलिस को शिकायत दी है, जिससे उनके खिलाफ शिकायत वापस ले ली जाए।
खोड़ा थाना प्रभारी निरीक्षक:
दोनों पक्षों में आपसी विवाद पहले से चला आ रहा है। जांच में सामने आया है कि चेयरमैन ने अधिशासी अधिकारी का वेतन रुकवा दिया है और उनके खिलाफ जांच की भी मांग की है।