गाजियाबाद के मसूरी थानाक्षेत्र स्थित सरस्वती विहार कालोनी में हुई घटना के दौरान घायल सात वर्षीय मीनाक्षी ने मंगलवार को उपचार के दौरान अस्पताल में दम तोड़ दिया। राघवेंद्र सिंह थानाप्रभारी मसूरी ने बताया कि 3 दिनों तक इलाज चलने के बाद भी डॉक्टर बच्ची को नही बचा सके। शनिवार को लूट के विरोध में उमा ने प्रेमी सोनू के साथ मिलकर डोली (तीस वर्ष) व उसके बच्चों को ट्यूशन पढ़ाने आई अंशु की गोली मारकर हत्या कर दी थी व मौके पर मौजूद डोली के तीन बच्चे बेटी गौरी (दस वर्ष), मीनाक्षी (सात वर्ष) व बेटे रुद्र (पाँच वर्ष) पर चाकू व सिलबट्टे से हमला किया था। फिलहाल गौरी व रुद्र की हालत खतरे से बाहर है।
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आपको बता दें कि शनिवार की रात घर में घुसकर दो लोगों की हत्या कर दी गई थी। एक महिला ने प्रेमी के साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया था। आरोपित महिला पीड़ित परिवार की दूर की रिश्तेदार है। वारदात के बाद पुलिस ने महिला को गिरफ्तार कर लिया था। साथ ही उसके आशिक सोनू को भी मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया था।
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दरअसल, सरस्वती विहार कॉलोनी में रहने वाली डोली (30 वर्ष) व उनके बच्चों को ट्यूशन पढ़ाने वाली टीचर अंशु की शनिवार देर शाम गोली मारकर व धारदार हथियार से हमला कर हत्या कर दी गई थी। वारदात के वक्त डोली के तीन बच्चे बेटी गौरी (10 वर्ष), मीनाक्षी (7 वर्ष) व बेटा (5 वर्ष) रूद्र भी घर पर थे। विरोध करने पर बच्चों पर भी जानलेवा हमला किया गया था।
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मसूरी थानाप्रभारी राघवेंद्र सिंह ने बताया कि 3 दिनों तक इलाज चलने के बाद 7 वर्षीय बच्ची मीनाक्षी की उपचार के दौरान मौत हो गई। वही गौरी व रुद्र की हालत खतरे से बाहर है।
