लोनी का गैंग मदद के बहाने बदल देते थे ATM कार्ड पांच गिरफ्तार
जनपद की इंदिरापुरम पुलिस ने वसुंधरा सेक्टर 2 सी स्थित एक निजी बैंक के एटीएम बूथ के पास से मदद के बहाने कार्ड बदलकर ठगी करने वाले गिरोह के पिता पुत्र समेत पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से 128 एटीएम कार्ड, तीन हजार रुपये, फर्जी नंबर प्लेट लगी एक कार बरामद की है। आरोपी पिछले एक वर्ष से ठगी की वारदात कर रहे थे और अब तक सौ से अधिक वारदातें कर चुके हैं।
पुलिस अधीक्षक शहर द्वितीय ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि एटीएम बूथ में कार्ड बदलकर ठगी करने वालों की शिकायत प्राप्त हुई थी। इसके बाद से इंदिरापुरम पुलिस जांच में जुटी थी। सीसीटीवी में आरोपियों की कार कैद हुई थी। एसएचओ इंदिरापुरम संजीव शर्मा ने पुलिस टीम के साथ वसुंधरा सेक्टर 2 सी के एक एटीएम बूथ के पास से पांच आरोपियों को पकड़ लिया।
उन्होंने बताया कि पकड़े गए आरोपी इमरान पुत्र अहमद निवासी अशोक विहार, लिवान मस्जिद के पास लोनी, सुरेश पुत्र स्व0 भूलेराम निवासी गली नम्बर 4, 60 फुट रोड, बलराम नगर लोनी, वरुण पुत्र सुरेश निवासी ए-5, लाल बाग लोनी बार्डर, मोहम्मद अहमद पुत्र ताजुद्दीन निवासी अशोक विहार लिवान मस्जिद के पास, अंकित पुत्र निक्सन निवासी मकान संख्या 930, 60 फुट रोड, बलराम नगर लोनी हैं। इमरान और उसके पिता मो. अहमद एक साथ वारदात को अंजाम देने के लिए आते थे। पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि ठगी के रुपये से ही सुरेश ने यह कार खरीदी थी। जबकि गिरोह का सरगना सद्ददाम पुत्र समीर निवासी गली नंबर 2, बलराम नगर, लोनी फरार है
वारदात को ऐसे देते थे अंजाम
थाना प्रभारी इंदिरापुरम संजीव शर्मा ने बताया कि पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वह फर्जी नंबर प्लेट लगाकर कार से निकलते थे। इसके बाद जहां पर दो या दो से अधिक एटीएम बूथ बिना गार्ड वाले होते थे, उनके पास खड़े हो जाते थे। जो भी सीधा साधा व्यक्ति या महिला रुपये निकालने के लिए आते थे। उनके पीछे खड़े हो जाते थे। इसके बाद मदद का बहाना बना पासवर्ड देखकर बातों में फंसाकर कार्ड बदल देते थे। इसके बाद ठगी की वारदात को अंजाम देते थे। पकड़े गए आरोपी दसवीं और 11वीं तक ही पढ़े हैं।
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राजस्थान में भी कर चुके हैं वारदात
पुलिस के अनुसार आरोपी बहुत ही शातिर हैं। लोनी से जयपुर और राजस्थान तक ठगी की वारदात को अंजाम दे चुके हैं। गिरोह का सरगना सद्दाम अभी फरार है। उसके पकड़े जाने पर अन्य जानकारी प्राप्त होगी। साहिबाबाद की दो और इंदिरापुरम की पांच घटनाओं का अनावरण हुआ है। आरोपी एक वर्ष में 100 से अधिक वारदात कर चुके हैं।