Breaking News

Followers

42.2k

Live👁️Reading this Article

एक ही प्लॉट को बंधक दर्शा दो फर्मों को दिलाया 7 करोड़ का लोन।

एक ही प्लॉट को बंधक दर्शा दो फर्मों को दिलाया 7 करोड़ का लोन।


Ghaziabad News
प्रमोद गर्ग
गाजियाबाद। सौ करोड़ से अधिक का फर्जीवाड़ा करने वाले लोन माफिया लक्ष्य तंवर और उसके गैंग का एक और कारनामा सामने आया है। उसने बैंक अधिकारियों से साठगांठ कर एक ही प्लॉट को बंधक दर्शाकर दो फर्मों को 7 करोड़ का लोन दिला दिया। कविनगर निवासी सुखपाल सिंह की शिकायत पर लिंक रोड पुलिस ने लक्ष्य तंवर, बैंक प्रबंधक, लोन मैनेजर समेत 5 के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है।

कविनगर एफ-ब्लॉक निवासी सुखपाल सिंह का कहना है कि पीएनबी की चंद्रनगर शाखा के तत्कालीन मैनेजर उत्कर्ष कुमार व लोन मैनेजर प्रियदर्शिनी से साठगांठ करके कविनगर निवासी लक्ष्य तंवर ने अपने गैंग के सदस्य दक्ष कुमार को चार करोड़ का लोन कराया है। दक्ष कुमार शिवजी स्टील के नाम से फर्म चलाता है। लोन लेते वक्त लगाए गए पैन व आधार कार्ड में लक्ष्य की जन्मतिथि व नाम में अंतर था। शिवजी स्टील के लोन में गारंटी के तौर पर पसौंडा स्थित प्लॉट को बंधक बनाया गया। जबकि यह प्लॉट अशोका सेनेट्री के तीन करोड़ के लोन में 2016 से ही बंधक है।

लोन से पहले ही प्लॉट पर बिल्डिंग बनाकर बेच दी गई
सुखपाल सिंह का कहना है कि पसौंडा स्थित प्लॉट न तो शिवजी स्टील के लोन में बंधक है और न ही अशोका सेनेट्री के लोन में। क्योंकि दोनों फर्मों को लोन देने से पहले ही इस प्लॉट पर तीन मंजिला इमारत बनाकर उसे दो अलग-अलग पार्टियों को बेचा जा चुका है। प्लॉट का बेसमेंट आफताब, ग्राउंड फ्लोर आफताब की पत्नी शबाना, सेकेंड फ्लोर की छत लक्ष्य तंवर की पत्नी प्रियंका केनाम से खरीदी गई। लक्ष्य तंवर ने पत्नी के नाम कराई संपत्ति का भुगतान भी फर्जी तरीके से किया। लक्ष्य ने अपनी फर्म बालाजी टिंबर पर राइट गंज स्थित सेंट्रल बैंक से 3 करोड़ का लोन कराया था। उसी खाते से पत्नी के नाम कराई गई संपत्ति का 28 लाख रुपये का भुगतान किया गया।
जेल में बंद है लक्ष्य, लग चुका है गैंगस्टर
लोन माफिया लक्ष्य तंवर फिलहाल जेल में बंद है। पुलिस उसके पिता, चचेरे भाई और चाचा को भी जेल भेज चुकी है। 30 से अधिक केस दर्ज होने के कारण पुलिस लक्ष्य व बैंक अधिकारियों समेत 12 लोगों पर गैंगस्टर भी लगा चुकी है। गैंगस्टर का मुकदमा नगर कोतवाली में एसएचओ ने दर्ज कराया था। पुलिस का कहना है कि फर्जीवाड़े में शामिल हर आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा।
close