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लोनी में नौकर ने की थी पिता पुत्र की हत्या, गिरफ्तार।

लोनी में नौकर ने की थी पिता पुत्र की हत्या, गिरफ्तार।


Ghaziabad News
प्रमोद गर्ग
दिल्ली से सटे लोनी के अंतर्गत ट्रानिका सिटी थाना क्षेत्र की कासिम विहार कालोनी में दो सप्ताह पूर्व हुए फर्नीचर कारोबारी और उसके पुत्र की हत्या पौने चार लाख रुपये लूटने के इरादे से नौकर ने ही की थी। घटना को अंजाम देने के बाद आरोपित को अलमारी से महज 15 हजार रुपये मिले थे। पुलिस ने आरोपित सोमवार दोपहर नौकर को कासिम विहार कट के पास से गिरफ्तार किया है। उसके कब्जे से 12 हजार रुपये, कत्ल में प्रयुक्त चाकू, पीड़ित का मोबाइल और घटना के समय पहने हुए कपड़े बरामद हुए है। कासिम विहार कालोनी में गांव बुढ़ेना जिला संभल निवासी कारोबारी नेइमुल हसन परिवार के साथ रहते थे। वह रामपार्क विस्तार कालोनी में पुराने फर्नीचर का कारोबार करते थे। 15 सितंबर सुबह कारोबारी और उनके आठ वर्षीय बेटे उवेश के शव घर के कमरे में चारपाई पर पड़े मिले थे। दोनों की निर्मम तरीके से हत्या की गई थी। हत्या के समय पत्नी साइमा, बेटी खुशी व इलमा और बेटे फरहान के साथ बिहार रिश्तेदारी में गई थी

पुलिस अधीक्षक देहात डा. ईरज राजा ने बताया कि जांच में पुलिस को कारोबारी की दुकान पर नौकरी करने वाले मेरोज निवासी मिर्जापुर जिला बदायूं की गतिविधि पर शक हुआ। मेरोज नेइमुल की बुआ के गांव का रहने वाला था और उन्हें चाचा बोलता था। उसे दुकान पर कुछ दिन पूर्व करीब पौने चार लाख रुपये का माल बिकने और पत्नी व बच्चों के रिश्तेदारी में जाने की जानकारी थी। पुलिस द्वारा दुकान पर जांच करने और उसपर शक गहराने के बाद वह फरार हो गया। पुलिस ने सोमवार दोपहर उसे कासिम विहार कट से गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस पूछताछ में आरोपित ने पुलिस को बताया कि कारोबारी से रुपये लुटने के इरादे से वह वारदात की रात करीब 9:30 बजे कारोबारी के घर पहुंचा। कारोबारी ने घर का दरवाजा खोलकर उसे अंदर बिठा लिया। इस दौरान कारोबारी टीवी देख रहे थे जबकि बेटा चारपाई पर सो रहा था। टीवी देखते-देखते नेइमुल की आंख लग गई तो मेरोज भी सो गया। सुबह करीब तीन बजे कारोबारी की आंख खुली तो मेरोज भी जाग गया। इस दौरान कारोबारी टायलेट करने चले गए। तभी वह ऊपर वाले कमरे में जाकर पंखा और चाकू उठा लाया। कारोबारी टायलेट से आकर चादर ओढ़कर सो गए। कुछ देर बाद उसने पंखे से कारोबारी के सिर पर चार वार किए। जिससे कारोबारी की चीख निकल गई और पास में सो रहा बेटा जाग गया। पहचान छिपाने के डर से उसने बेटे के सिर पर भी पंखे से वार कर दिए। बाद में कारोबारी और बेटे का गला रेत दिया। चाकू से पेट पर भी कई वार किए। घटना को अंजाम देने के बाद अलमारी में रखे पैसे ढूंढे। उसे महज 15 हजार रुपये मिले। वह रुपये, कारोबारी का मोबाइल और चाकू साथ लेकर चला गया। आरोपित ने चाकू साफ कर, कपड़े और मोबाइल को दुकान में अलग-अलग स्थान पर छिपा दिया।

पुलिस से बचने के लिए मरोज स्वजन के साथ ही रहा। साथ ही पुलिस पूछताछ में सहयोग करता रहा। हालांकि वारदात को तीन-चार दिन बाद पुलिस को उसपर शक हुआ। इसके बाद वह फरार हो गया था।

आरोपित के कब्जे से लूटी गई रकम से 12 हजार रुपये बरामद हुए। उसने तीन हजार रुपये खर्च कर दिए थे। पुलिस ने उसकी निशानदेही पर दुकान में जमीन में छिपा कर रखा गया चाकू, मृतक का मोबाइल फोन और घटना में प्रयुक्त पहने हुए कपड़े बरामद किए है। पुलिस ने आरोपित को जेल भेज दिया है।
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